तो, कौन सी भावना सबसे लंबे समय तक रहती है? वह कौन सी भावना है जो हमें अभिभूत करती है और सबसे तेजी से फीकी पड़ने वाली भावना की तुलना में 240 गुना अधिक समय तक रहती है? वो ख़ुशी? नहीं! संतुष्टि? बिल्कुल नहीं! हम इतने कंजूस क्यों होंगे? दुःख किसी भी चीज़ से अधिक समय तक रहता है।
कम से कम उत्साही शोधकर्ता तो यही लेकर आए, मोटिवेशन एंड इमोशन जर्नल में प्रकाशित अपने अध्ययन के अनुसार, उन्होंने कॉलेज के 233 छात्रों से पूछा कि कौन सी भावना कितनी देर तक मन को भरती है। छात्रों की रिपोर्ट के अनुसार, जांच की गई 27 विभिन्न भावनाओं में से घृणा और शर्म की भावनाएं उनकी आत्मा को सबसे तेज छोड़ देती हैं, आमतौर पर उनमें से कोई भी हमें 30 मिनट से अधिक समय तक पीड़ा नहीं देता है।(हम यहां अचानक, शरमाते हुए शर्मिंदगी की बात कर रहे हैं, अपराधबोध की भावना बहुत अधिक समय तक रहती है)। सूची के दूसरे छोर पर उदासी है जो 120 घंटे तक चलती है, उसके बाद नफरत है जो 60 घंटे तक जलती है और खुशी 35 घंटे तक घूमती है। निराशा, आशा और चिंता भी मन को लंबे समय तक भरते हैं, वहीं भय, अपमान और दया भी भावनाओं की श्रेणी में आते हैं जो जल्दी मिट जाती हैं।
अध्ययन के लेखकों में से एक, सास्किया लव्रिजसेन का मानना है कि हमारे अंदर एक भावना कितने समय तक रहती है यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम भावनाओं का कारण बनने वाली घटनाओं पर कितना चिंतन और चिंतन करते हैं। जितना अधिक हम किसी चीज़ के बारे में सोचते हैं, उतनी ही देर तक उससे जुड़ी भावनाएँ हम में रहती हैं। शोधकर्ता के अनुसार, जिस घटना ने इसे ट्रिगर किया उसका महत्व निश्चित रूप से भावना की दृढ़ता के लिए आकस्मिक नहीं है।
शोध के अनुसार, हमारे द्वारा अनुभव की जाने वाली भावनाओं के स्थायित्व का अनुमान लगाया जा सकता है, लेकिन केवल आप ही जान सकते हैं कि यह सब आपके लिए कितना सच है। खासकर यदि आप इसका परीक्षण करते हैं। कहो, अगली बार जब आप कुछ महसूस करने लगें तो स्टॉपवॉच के लिए पहुँचें।